दिल्ली पब्लिक स्कूल, ताजपुर में आज स्वच्छता अभियान के अंतर्गत एक विशेष रैली का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करना और समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना था। इस रैली का नेतृत्व विद्यालय के निदेशक और संस्थापक मसूद हसन ने किया, जिनकी सोच और दृष्टिकोण ने इस पहल को एक व्यापक आंदोलन का रूप दिया है।
मसूद हसन का मानना है कि शिक्षा और स्वच्छता सिर्फ स्कूल के दायरे तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि इसका प्रभाव बच्चों के परिवार और पूरे समाज पर भी पड़ना चाहिए। उनके अनुसार, स्कूल के माध्यम से बच्चों के साथ-साथ उनके परिवारों में भी जागरूकता पैदा की जा सकती है, जिससे समाज में एक सकारात्मक बदलाव आ सके। उनका यह भी मानना है कि शिक्षा के साथ स्वच्छता और स्वास्थ्य के महत्व को समझाना अत्यंत आवश्यक है।
रैली के दौरान, छात्रों ने नारे लगाकर और नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से लोगों को स्वच्छता, स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रति जागरूक किया। बच्चों ने पूरे क्षेत्र में "स्वच्छता ही सेवा है" और "स्वच्छ समाज, स्वस्थ समाज" जैसे नारे लगाए, जो ताजपुर में गूंज उठे।
विद्यालय के शिक्षक और शिक्षिकाओं ने भी इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने न केवल बच्चों का मार्गदर्शन किया, बल्कि इस अभियान के जरिए समाज को जागरूक करने का प्रयास किया। इस रैली में लगभग 200 से 300 छात्रों ने भाग लिया, जिसमें नर्सरी से लेकर दसवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राएं शामिल थे।
मसूद हसन की सोच और उनका उद्देश्य केवल बच्चों को शिक्षा देना ही नहीं है, बल्कि उनके माध्यम से पूरे समाज को जागरूक करना है। उनका मानना है कि अगर स्कूल शिक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य की जिम्मेदारी ले ले, तो समाज में एक बड़ा परिवर्तन लाया जा सकता है। वे विश्वास करते हैं कि भ्रष्टाचार को खत्म करने और समाज में सुधार लाने के लिए शिक्षा और जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण हथियार हैं, और इसका आरंभ स्कूलों से ही हो सकता है।
मसूद हसन के अनुसार, यदि विद्यालय अपनी जिम्मेदारी निभाएं और सही दिशा में काम करें, तो न केवल छात्रों का भविष्य सुधरेगा, बल्कि उनके परिवार और समाज में भी एक नई जागरूकता पैदा होगी। इस तरह के अभियानों से यह स्पष्ट है कि एक स्वच्छ, शिक्षित और जागरूक समाज ही देश के समग्र विकास का आधार बन सकता है।
स्वच्छता अभियान रैली सिर्फ एक रैली नहीं थी, बल्कि समाज में एक क्रांति लाने का प्रयास था, जहां शिक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य को जीवन के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान दिया जाए।
मसूद हसन ✍
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